नई दिल्ली / फर्रुखाबाद: इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (Indian National Trust for Art and Cultural Heritage) के ICH डिविजन की ओर से गोमुख से गंगासागर तक गंगा नदी के किनारे बसे विभिन्न जिलों की अमूर्त संस्कृतिक विरासतो (Intangible Cultural Heritage) पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, बप्पा रे (Film Maker Bappa Ray) के सहयोग से बनाई जा रही है।
इस फिल्म की शूटिंग के लिए बप्पा रे और उनकी टीम इन दिनों उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में मौजूद है, जहां वह अब तक कम्पिल (Kampil) में द्रौपदी कुंड (Draupadi Kund), कपिल मुनि आश्रम (Kapil Muni Ashram), रामेश्वर नाथ मंदिर (Rameshwar Nath Temple), कालेश्वर नाथ मंदिर (Kaleshwar Nath Temple), मुग़ल घाट (Mugal Ghat), द्रुपद टीला – राजा द्रुपद का किला (Drupad Teela – King Drupad Fort), स्वामी विमलनाथ दिगम्बर जैन मंदिर (Shri Vimalnath Digambar Jain Temple), श्वेताम्बर जैन मंदिर (Shwetambar Jain Mandir) आदि स्थलों के अलावा फर्रुखाबाद में विश्रांत घाट (Vishrant Ghat), दालमोठ (Dal Moth), ब्लॉक प्रिंटिंग (Block Printing), तबला (Tabla), बोट मेकिंग (Boat Making) आदि अदृश्य विरासतों को कवर कर चुके हैं।
इस दौरान गंगा विचार मंच (Ganga Vichar Manch) के जिला समन्वयक भूपेंद्र प्रताप सिंह, इंटेक (INTACH) के आजीवन सदस्य मोहम्मद आकिब खांन, शांतनु कटियार के अलावा सामाजिक संस्था पंचाल शोध एवं विकास परिषद् के सदस्यों ने सहयोग किया।
यह खबर हमारे यूट्यूब चैनल पर देखने के लिए नीचे दिए थंबनेल पर
क्लिक करें
आपको बता दें कि भारत सरकार के नमामि गंगे परियोजना (Namami Gange) के अंतर्गत इंटेक (INTACH) ने गोमुख से गंगासागर तक गंगा नदी के किनारे बसे विभिन्न जिलों में अमूर्त संस्कृतिक विरासतों की खोज कर दस्तावेज़िकरण किया था।