फर्रुखाबाद (Farrukhabad) के पर्यटन एवं तीर्थस्थली श्रृंगीरामपुर में 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। पर्यटन एवं सतत् परिवर्तन (Tourism and Sustainable Transformation) थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना, स्थानीय विरासत का संरक्षण करना और पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर (Nagendra Singh Rathore) और विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी (Ashutosh Kumar Dwivedi IAS) ने दीप प्रज्वलन के साथ किया।
भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने जोर देते हुए कहा कि ग्राम पर्यटन योजना में शामिल ऋषि श्रृंगी की तपोभूमि श्रृंगीरामपुर (Singhirampur) की चमक शीघ्र ही देश के पर्यटन नक्शे में दिखेगी। उन्होंने बताया कि अब श्रृंगीरामपुर में सभी मंदिर सड़कों से जुड़ गए हैं, और पर्यटन अतिथि गृह, धर्मशाला तथा प्रवेश द्वार का काम पूरा हो चुका है।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने कहा पर्यटन से रोज़गार को बढ़ावा मिलता है। प्राचीन विरासतों और स्थानीय परंपराओं को संजोने तथा पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है। इसको बढ़ावा देने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने उपस्थित लोगों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विज़न समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 में सुझाव देने का भी आह्वान किया।
सामाजिक कार्यकर्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह ने कहा पर्यटन का मतलब केवल घूमना नहीं है बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मजबूती प्रदान करता है। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण पर्यटन के माध्यम से अनुभवी पर्यटन को बढ़ावा देने पर बल दिया।
इस दौरान संस्कृति विभाग में पंजीकृत सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा भक्तिमय भजन और नारी शक्ति पर आधारित प्रेरक गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को सांस्कृतिक रंग प्रदान किया।
‘प्रोजेक्ट फर्रुखाबाद’ के तहत डिजिटल पोर्टल लॉन्च
कार्यक्रम के दौरान विधायक और जिलाधिकारी ने संयुक्त रूप से ‘प्रोजेक्ट फर्रुखाबाद’ के तहत (Farrukhabad Digital Tourist Guide Portal) ज़िले के इतिहास, संस्कृति और पर्यटन को समर्पित एक नया डिजिटल पोर्टल www.farrukhabad.org भी लॉन्च किया।
यह पोर्टल फर्रुखाबाद के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और पर्यटन क्षमता को वैश्विक पटल पर लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस महत्वपूर्ण पहल के पीछे कला और पर्यटन प्रेमी युवा इतिहासविद् मोहम्मद आकिब खांन हैं, जिन्होंने ज़िले की विरासत को डिजिटल रूप देने के लिए इस पोर्टल को स्वयं विकसित किया है।
आकिब खांन ने कहा, “फर्रुखाबाद की धरती पौराणिक कथाओं, इतिहास और अद्वितीय शिल्पकला से भरी हुई है। हमारा उद्देश्य इस पोर्टल के माध्यम से इन अनमोल धरोहरों को संरक्षित करना और उन्हें वह सम्मान दिलाना है जिसकी वे हकदार हैं।” उन्होंने बताया कि यह पोर्टल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों को सीधे ग्राहकों से जुड़ने का अवसर भी प्रदान करेगा।