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Ganga Expressway: गंगा एक्सप्रेसवे का वादा अधूरा रह गया, कुंभ से पहले नहीं हो सका चालू

Ganga Expressway: मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले महत्वाकांक्षी गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) का निर्माण कार्य में अपेक्षित गति नहीं दिख रही है। सरकार द्वारा गंगा एक्सप्रेसवे का संचालन कुंभ से पहले पूरा करने का जो दावा किया गया था वह अब नहीं हो सकेगा। ताजा जानकारी के अनुसार, इस विशाल परियोजना का अब तक केवल 69 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है।

मेरठ से प्रयागराज के बीच यात्रा को आसान बनाने वाला गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अभी पूरी तरह से पूरा नहीं हो पाया है। सरकार का लक्ष्य था कि कुंभ मेले से पहले यह एक्सप्रेसवे चालू हो जाए, लेकिन निर्माण कार्य में आई कुछ देरी के कारण यह लक्ष्य अब पूरा नहीं हो पाएगा। फिलहाल, एक्सप्रेसवे का 69% निर्माण कार्य ही पूरा हो पाया है। इस देरी की वजह से अब अनुमान है कि यह परियोजना जून 2025 तक पूरी हो पाएगी। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल यात्रा का समय कम करेगा बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान देगा।

इस साल के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य होगा पूरा: योगी आदित्यनाथ

594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 2022 में शुरू हुआ था। परियोजना के कई हिस्सों में अभी भी बुनियादी काम जैसे मिट्टी डालने का कार्य चल रहा है। इस गति को देखते हुए कुंभ मेले तक इस परियोजना को पूरा करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य लग रहा है। निर्माण में हो रही मौजूदा गति से देखते हुए, कुंभ से पहले परियोजना पूरी होना मुश्किल लगता है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों एक सभा को संबोधित करते हुए कहा है कि इस साल के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

उत्तर प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण परियोजना है गंगा एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना मानी जा रही है। यह परियोजना क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ यातायात की सुविधा भी प्रदान करेगी। इसके पूरा होने से मेरठ और प्रयागराज के बीच की दूरी कम हो जाएगी और यात्रा का समय भी कम होगा।

लोगों में इस परियोजना को लेकर काफी उत्साह है। वे इस परियोजना के पूरा होने से होने वाले फायदों को लेकर काफी उत्साहित हैं। हालांकि, निर्माण कार्य में हो रही देरी से लोग निराश भी हैं।

क्या हैं देरी के कारण?

इस परियोजना में देरी के कई कारण बताए जा रहे हैं। इनमें भूमि अधिग्रहण में आ रही समस्याएं, मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां और निर्माण सामग्री की उपलब्धता में आ रही दिक्कतें शामिल हैं।

गंगा एक्सप्रेसवे का ठेकेदार कौन है?

गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण का जिम्मा देश की प्रमुख इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों, अडानी इंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) और आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर (IRB Infrastructure) को सौंपा गया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को कुशलतापूर्वक पूरा करने के लिए, यूपीडा ने इसे 12 अलग-अलग पैकेजों में विभाजित किया है, जिन्हें चार प्रमुख समूहों में बांटा गया है।

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