Site icon Gram Sabha TV

Painting Exhibition: अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी ‘लोक लकीरें’ में मधुबनी चित्रकला का जादू, 57 विश्वविद्यालयों में हुआ लाइव प्रसारण

मोहम्मद आकिब खांन, आगरा: International Painting Exhibition Lok Lakiren at ITHM, Agra डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित “लोक लकीरें” अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी ने मधुबनी चित्रकला की खूबसूरती को प्रदर्शित किया। प्रदीप कुमार मिश्रा और उनकी पत्नी मीनाक्षी मिश्रा “अंजली” जैसे कलाकारों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इस प्रदर्शनी को विश्व के 57 विश्वविद्यालयों में लाइव प्रसारित किया गया, जिससे मधुबनी चित्रकला की पहुंच बढ़ी। कलाकारों ने अपनी कला को मन की शांति का साधन बताया और कलाकारों को अपनी ब्रांडिंग पर जोर देने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।


-डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में मधुबनी चित्रकला प्रदर्शनी ने बिखेरा रंग

-अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी ‘लोक लकीरें’ में मधुबनी चित्रों ने मोहा
-संस्कृति भवन में मधुबनी चित्रकला का जादू, 57 विश्वविद्यालयों में हुआ लाइव प्रसारण
-एडीजे दंपति सहित कलाकारों ने मधुबनी चित्रों से किया मन मोहना

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन स्थित पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी “लोक लकीरें” ने कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संस्कार भारती, हावर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए और संस्थान के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस प्रदर्शनी में मधुबनी चित्रों की विविधता ने सभी का ध्यान खींचा।

एडीजे प्रदीप कुमार मिश्रा और उनकी पत्नी मीनाक्षी मिश्रा “अंजली” पिछले दस वर्षों से मधुबनी पेंटिंग के क्षेत्र में सक्रिय हैं। प्रदीप कुमार मिश्रा, जो एक्शन पेंटिंग के भी जानकार हैं, बताते हैं कि अमेरिकी चित्रकार जैक्शन पोलॉक से प्रेरित होकर उन्होंने पेंटिंग शुरू की। वहीं, मीनाक्षी मिश्रा उर्फ अंजली ने लगभग 200 चित्रों का सृजन किया है। उन्होंने बताया कि पेंटिंग बनाना उनके लिए मन की शांति का साधन है।

प्रो. लवकुश मिश्रा ने बताया कि इस प्रदर्शनी को विश्व के 57 विश्वविद्यालयों में लाइव प्रसारित किया गया। राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश की सदस्य डॉ आभा ने मधुबनी चित्रकला को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बताया। उन्होंने कलाकारों की ब्रांडिंग पर भी जोर दिया और कहा कि कलाकारों को अपनी पहचान बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए।

यह भी पढ़ें:-
ITHM Agra: अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा; कुलपति प्रो. आशू रानी ने कहा, संगोष्ठी से भारत को विकसित बनाने में मिलेगी मदद

Exit mobile version