PM Kisan 20th Instalment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना की 20वीं किस्त 2 अगस्त को जारी की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान किसानों के खातों में सीधे इस राशि का हस्तांतरण करेंगे। इस महत्वपूर्ण आयोजन को लेकर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें तैयारियों की व्यापक समीक्षा की गई।
देशव्यापी अभियान के तहत किसानों को मिलेगा लाभ
यह कार्यक्रम एक देशव्यापी अभियान के रूप में आयोजित होगा, जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों को सीधे लाभ पहुंचाना और उनमें जागरूकता बढ़ाना है। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को राष्ट्रीय, राज्य, जिला और ग्रामीण स्तर पर अधिक से अधिक किसानों को इस कार्यक्रम से जोड़ने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह आयोजन एक उत्सव और एक मिशन के रूप में मनाया जाना चाहिए।
बैठक में देशभर के 731 कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और कृषि विश्वविद्यालयों के निदेशक, कुलपति एवं प्रमुख वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री ने केवीके की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए उन्हें तैयारियों में जुट जाने के निर्देश दिए।
शिवराज सिंह चौहान ने किसान भाई-बहनों से भी आह्वान किया कि वे बड़ी संख्या में 2 अगस्त को पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त जारी होने वाले कार्यक्रम से जुड़ें। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम सिर्फ किस्त प्राप्त करने का अवसर नहीं है, बल्कि कृषि क्षेत्र की विभिन्न विकास योजनाओं से जुड़ने का भी एक माध्यम है।
अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कृषि सखी, ड्रोन दीदी, बैंक सखी, पशु सखी, बीमा सखी और ग्राम पंचायत स्तर पर सरपंचों के माध्यम से भी कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी जन-जन तक पहुंचाएं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि इस अवसर पर एकत्रित किसानों से खरीफ फसल से संबंधित विषयों पर संवाद किया जा सकता है, जो जनसंपर्क की दिशा में अत्यंत उपयोगी होगा।
अब तक 3.69 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित
वर्ष 2019 में शुरू हुई इस योजना के तहत, अब तक 19 किस्तों में किसानों के खातों में 3.69 लाख करोड़ रुपये की राशि सीधे हस्तांतरित की जा चुकी है। 20वीं किस्त में, लगभग 9.7 करोड़ किसानों को करीब 20,500 करोड़ रुपये की राशि का हस्तांतरण किया जाएगा।
बैठक में कृषि सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एम. एल. जाट सहित कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सभी की सहभागिता से इस कार्यक्रम को सफल बनाने और बड़ी संख्या में किसानों तक लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता से काम करने का संकल्प लिया गया।