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Tobacco: ‘तंबाकू हानिकारक है!’ शरीर के चौदह अंगों में कैंसर होने की संभावना; लेकिन क्या करें पेट का भी सवाल है

फर्रुखाबाद / कन्नौज: ‘तम्बाकू हानिकारक है…’ (Tobacco is harmful for health) आपने भी कहीं ना कहीं ये चेतावनी देखी या सुनी जरूर होगी। धूम्रपान या तम्बाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है यह बात सौ प्रतिशत सत्य है लेकिन यूपी के फर्रुखाबाद और कन्नौज में तम्बाकू की खेती हजारों लोगों के लिए आजीविका का स्रोत भी है।

फर्रुखाबाद के कायमगंज (Kaimganj or Qayamganj) क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तम्बाकू की खेती होती है जहां करीब 2000 से अधिक गोदाम हैं जिसमें तम्बाकू की प्रोसेसिंग का काम होता है। वहीं कन्नौज के गुरसहायगंज क्षेत्र में बीड़ी उद्योग बड़े पैमाने पर है। सीधे तौर पर बात की जाए तो तम्बाकू के उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन और निर्यात में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से क्षेत्र के लाखों लोग जुड़े हुए हैं। किसान, व्यापारी, बीड़ी-रोलिंग और तेंदू पत्ता तोड़ने वाले श्रमिक, ग्रामीण महिलायें आदि शामिल हैं।

आबादी के बीच चल रही हैं अधिकांश इकाइयां

कायमगंज क्षेत्र में तंबाकू की प्रसंस्करण इकाइयों की बात की जाए तो प्रशासन की बड़ी लापरवाही भी देखने को मिलती है। उत्पादन इकाइयां ज्यादातर आबादी क्षेत्र में हैं और जब प्रोसेसिंग का काम चलता है तो धूल उड़ती है, जिससे आसपास के आमजन को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

शरीर के चौदह अंगों में कैंसर होने की संभावना

तंबाकू के सेवन से शरीर के चौदह विभिन्न अंगों में कैंसर होने की संभावना है। जैसे कि मुँह, नाक, गला, स्वरयंत्र, अन्ननली, मुत्राशय, आंत, फेफडे, पेट, गुर्दा, गर्भाशय मुख इत्यादि शामिल हैं।

जनसंख्या स्तर के हस्तक्षेपों का बहुत कमजोर कार्यान्वयन

भारत में तंबाकू की रोकथाम और नियंत्रण नीतियों ने बड़े पैमाने पर जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया है, जिसमें कराधान में वृद्धि और सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध जैसे अधिक प्रभावी जनसंख्या स्तर के हस्तक्षेपों का बहुत कमजोर कार्यान्वयन है।

क्या कहते हैं आंकड़े

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